Children Day Speech In Hindi – बाल दिवस भाषण

Children Day Speech In Hindi के इस आर्टिकल में बाल दिवस पर एक भाषण तैयार किया है। मुझे आशा है ये आपके लिए मदद गार होगा। यदि स्पीच कैसे दे,भाषण कैसे दे ये जानना है तो आप इस लिंक पे क्लीक करें आपको पूरा मार्गदर्शन मिलेगा।


Children Day Speech In Hindi – Bal Divas

 

 

बाल दिवस पर भाषण

 

खबर ना होती कुछ सुबह की,
ना कोई समका ठिकाना था।
थक हार के आना स्कूल से,
पर खेलने तो जरुर जाना था। यही तो हमारा बचपन था

 

बाल दिवस (Children Day) सबके लिए अति महत्व का दिवस है। बच्चे भगवान का स्वरुप होते है ये सब मानते है। बाल रुप किसी को भी आकर्षित करता है। अनजान व्यक्ति भी बच्चे के सामने बच्चा बनाने का मौका मिले तो नहीं गवाता। बाल दिवस पुरे विश्व में मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र भी Children Day को 20 नवम्बर के दिन बड़े उत्साह से मनाता है।

हमारे देश में (Children Day) 14 नवम्बर को मनाया जाता है। 14 नवम्बर हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू का जन्म दिवस है। जवाहर लाल नेहरू बच्चो के प्रति अपने प्यार के लिए जाने जाते है। उनको बच्चे बहुत प्रिय थे और बच्चे भी उनको प्रेम से चाचा नेहरू कहके बुलाते थे।

 

हम सबको मालूम है बच्चे मासूम होते है। एक पौड़े की तरह होते है। छोटे पौडे को जिस और मोड़ना चाहे हम मोड़ सकते है। जिस दिशा में बड़ा करना चाहे हम कर सकते है।

बच्चो का मन भी ठीक वैसा ही है। हम जैसा शिखाते है वैसा वो शिखते है। शिस्त, शिक्षण और संस्कार जैसा बच्चो को दिया जाता है, ठीक उसी तरह वो अपने जीवन में आगे बढ़ते है।

 

बच्चे मनके के सच्चे ये सिर्फ कहावत नहीं हकीकत है।

 

मासूम बच्चो की मुस्कान किसी के भी चेहरे को मुस्कराता कर देती है। मुसीबतो और टेंशन से भरे जीवन में एक बच्चे की मासूमियत हमें घड़ी भर के लिए दुनिया से दूर ले जाती है।

अपने काम, अपनी जॉब, अपने धंधे से साम को जब पिता अपने बच्चो से मिलता है तो पुरे दिन की थकान दूर हो जाती है।

 

एक कहावत है 100 शिक्षक बराबर एक माता, एक शिक्षक अपने जीवन का बहुत बड़ा हिस्सा बच्चो के साथ बिताता है। बच्चो को पढ़ता है, शिखाता है,मार्गदर्शन करता है, आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। इसीलिए, बच्चो के लिए शिक्षक हमेशा सन्माननीय रहते है।

उम्र के किसी भी पड़ाव में यदि सामने शिक्षक मिल जाये तो उनके विद्यार्थी के रूप में बच्चा बनने में देर नहीं लगती।

 

बाल दिवस पर भाषण – Best Speech for Children Day  

 

बाल दिवस (Children day) को स्कूलों में धूमधाम से मनाया जाता है। उस दिन बच्चो के चेहरे पे एक अलग मुस्कान होती है। माता पिता, शिक्षक, और बड़े बुजर्ग भी उस दिन बच्चो को प्रोत्साहित करते है।

विद्यालयों में अलग अलग कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होता है, कही पे खेल का तो कही पे नृत्य का आयोजन होता है। कही पे भाषण तो कही पे राष्ट्रगान का आयोजन होता है। चित्राकला, गीतसंगीत, फ़्रेंसी ड्रेस शो जैसी कॉम्पिटिशन का आयोजन भी होता है। और सभी बच्चो को भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाता है।

बच्चे इस देश का भविष्य है। और Children Day अपने देश का भविष्य कहे जाने वाले बालको का सन्मान है। उस बच्चो को भी एहसास होता है की आने वाला समय के लिए हम तैयार रहे। देश को आगे ले जाने में हमें अपना योगदान देना है।

बाल दिवस पे स्कूलों में शिक्षकों द्वारा इस दिन बच्चो को मार्गदर्शन दिया जाता है। अच्छे इन्सान और देश के लिए अच्छे नागरिक कैसे बने, देश को उन्नति की तरफ ले जाने में कैसे अपना योगदान कैसे दे, ये ज्ञान गुरुजनो द्वारा दिया जाता है।

 

हमें Children Day कैसे मनना चाहिए ? बच्चो से प्यार करके, जरूरियात मंद बच्चो को मदद करके,हम पढ़ते हुए बच्चो को किताबे दे सकते है। स्कूल की फीस दे सकते है। कपडे दे सकते है। और जीवन में आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन कर सकते है।

समाज में काफी ऐसे उदहारण है की पढ़ने में तेजस्वी होने के बावजूद आर्थिक परिस्थिति ख़राब होने की बजह से पढ़ नहीं पाते। अपना कैर्रिएर नहीं बना पाते ऐसे छात्रों की मदद करनी चाहिए।

 

 

बाल दिवस स्पीच – निबंध – Children Day Speech -Essay

 

बाल अधिकारों की दिशामे काम करने के लिए हमारे देश ने 1992 में संयुक्त राष्ट्र में पुष्टि की थी। उस दिशामे काम हो भी रहा है। पर सदियों से पल रही समस्या ओ को दूर करने में समय भी ज्यादा लग रहा है। ये एक लम्बा रास्ता है और सिर्फ सरकार से हल नहीं होगा। बालको के बचपन से जुडी ज्यादा समस्याएं ऐसी है जिसमे जन भागीदारी चाहिए।

आज बाल दिवस याने (Children Day) है। हम बालको से जुडी समस्याओं की बात करे तो, देश में काफी ऐसी समस्याएं है जो बचपन छीन लेता है। हसते-खेलते बचपन को बरबाद कर देता है।

जिसमे एक कुपोषण, बालको का मृत्यु दर, स्कूल का नामांकन, हिंसा और दुरुपयोग, बाल श्रम के रुप में शोषण, स्वास्थ्य से जुडी समस्या होती है। इस सभी समस्या को हम समजे और हमारी जवाबदारी समाज के इसके निवारण कार्य करना चाहिए।

परिवार की आर्थिक परिस्थिति ख़राब होने से कही बच्चो की पढ़ाई छूट जाती है। इतना ही नहीं बच्चे पढ़ने खेलने की उम्र में काम करने लग जाते है। बाल मजदुर बन जाते है। बालको की परिस्थिति का लाभ उठाके मजदूरी कराने वाले गुनेगार है।
हमारे कानून में बाल मजदूरी करना एक संगीन अपराध है। कही ऐसी समाज सेवी संस्था है जो बाल मजदूरी के खिलाफ आवाज उठाती है और न्याय दिलाती है और पढ़ने का खर्च भी उठाती है।

भारत देश में बच्चो का कुपोषण से मोत बहुत बड़ी समस्या है। यदि हम बच्चो को पेट भर खाना नहीं दे सकते तो उनसे आगे क्या उम्मीदे रख सकते है। जो बच्चा शारीरिक रुप से विकसित नहीं है वो मानसिक तोर पे विकास नहीं कर पायेगा। इसीलिए, देश का या दुनिया का कोई भी बच्चा भूखा न रहे इस दिशा में काम करने की आवश्यकता है।

 

नन्हे हाथो की ताकत को पहचानो,
देश को आगे ले जाना है मन में थानों। 

 

हमारे देश में ये काम कैलाश सत्यार्थी बेहतरीन तरीके से कर रहे है। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने हज़ारो बच्चो को बाल मजदूरी से बचाया है और नया जीवन दिया है।

उनकी अलग अलग संस्थाए है। जैसे की बचपन बचाओ आंदोलन, Global March Again Child Labor, Global Campaign for Education ये सभी संस्थाए बच्चो के सुनहरे भविष्य के लिए काम करती है।

 

हमें बाल दिवस (Children Day) को सिर्फ सिर्फ श्री जवाहर लाल नेहरु के जन्म दिन तक सिमित नहीं रखना चाहिए। जबतक हमारे देश में बालमजदूरी चल रही है तबतक हररोज हमारे लिए बाल दिवस है। ऐसे बालको को सुनहरा भविष्य प्रदान करना हमारा कर्त्तव्य है।

Children Day के इस मौके पर में सभी बालको को बधाई देता हु। और आने वाले भविष्य के लिए सबको सुभकामना ये देता हु।

 

Children day Speech In Hindi के इस आर्टिकल में बाल दिवस पर भाषण है। हम यहाँ से स्पीच और निबंध दोनों तैयार कर सकते है। पर अपनी परिश्थिति के अनुशार हमें थोड़ा चेंज करना पड़ सकता है।

स्पीच कैसे दे भाषण कैसे लिखे ये जानने के लिए यहाँ क्लीक करे। इसके बाद भी यदि आपको भाषण तैयार करने में मुश्केली होती है तो आप कमेंट बॉक्स में लिख सकते है। 

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