Coronavirus Essay Speech In Hindi के इस आर्टिकल से आप कोरोना पे निबंध लिख सकता हो। और यदि कही स्पीच देनी पड़े तो भी यहाँ से स्पीच तैयार कर सकते हो।
[su_heading size=”20″]कोरोना एक वैश्विक महामारी हिंदी निबंध – Coronavirus Essay Hindi[/su_heading]
Coronavirus Essay Speech In Hindi
Essay on Coronavirus (Covid-19)
कोरोना एक वैश्विक महामारी
तेजी से फैलते कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए Who भी चिंतित था। WHO(World Health Organization) ने 11 मार्च 2020 को कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित किया था।कोरोना वायरस को Covid-19 से जाना जाता है।
कोरोना ने ये एक वैश्विक महामारी है। बेशक कोरोना मानव मात्र के लिए खतरा है। कोरोना ने जो परिस्थितिया बनायीं वो हमने अपने जीवन में पहली बार देखा। और सायद आखरी बार भी। समग्र दुनियामे मानव जीवन को अस्तव्यस्त कर दिया। दुनियाका कोई भी कोना हो, कोई भी देश हो कोरोना सुनते ही चिंताग्रस्त हो जाता है।
कही बार लगता है की दुनिया बहुत आगे निकल चुकी है। बढ़ती टेक्नोलॉजी के कारण हम सब कुछ बहुत आसानीसे पा सकते है। हमें किसीकी जरुरत नहीं है।
पर कही बार ये महसूस होता है की कोरोना ने कोई वैश्विक शक्ति का अहसास कराया। विश्व को चलाने वाली कोई शक्ति है, जिनके आगे मानव कुछ भी नहीं है।
कोरोना का कहा से और कैसे फैला है
लगभग दुनिया जानती है। कोरोना की जनता चाइना है। सबसे पहले कोरोना चाइना के वुहान शहर में पाया गया। चाइना अपनी चालाकी के लिए दुनियाभर में मशहूर है।
चाइना ने कोरोना के खतरे को देखते हुए वुहान शहर को lockdown कर दिया। पर इंटरनेशनल फ्लाइट चालू रखी। चाइना ने खुद को बचालिया पर दुनिया को सिकंजे में ले लिया।
कोरोना की उत्पत्ति कैसे हुई इसके लिए भी अलग-अलग कहानिया है। पर दुनिया के ज्यादातर देशो का मानना है की ये चाइना की करतूत है। चाइना के वुहान शहर में वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ़ वायरोलॉजी नामकी संस्था है। ये संस्था अलग-अलग वायरसों पे रिसर्च करती है।
कहा जाता है की इसी संस्था में कोरोना वाइरस को बनाया गया। और उसीपे रिसर्च चल रहा था। उस दौरान कोई व्यक्ति उससे संक्रमित हुआ था। उससे पुरे वुहान और पूरी दुनिया में कोरोना वाइरस फैल गया।
चाइना की एक कहानी ये भी है की वहा के लोग पशुआहार ज्यादा पसंद करते है। हरएक पशु पंखी का मांश खाते है। वहा चमाडगढ नाम का एक पक्षी होता है। ये चमाडगढ में कोरोना वाइरस पाया गया है।
ये चमाडगढ नाम के पक्षी के मांस खाने की बजह से इंसान संक्रमित हुए है। और यही उसके फैलने की बजह है।
कोरोना वायरस की असर – Covid-19 Effect
कोरोना महामारी की असर को हम भलीभांति जानते है। जिसके कारण पूरी दुनिया रुक गयी थी। दुनिया के किसी भी देश को समज नहीं आ रहा था की क्या किया जाये।
महामारी की असर इस हद तक थी की सभी देश कब्रस्तान की तयारी कर रहे थे। नए कब्रस्तान बना रहे थे। एक दूसरे से मिलने को बेक़रार लोग नजदीक जाने से डरते है।
पूरा विश्व अर्थिंग मंडी की जपेट में आ गया।
कही कारखाने बंध हो गए।
कही लोगो की जॉब चली गयी।
बेरोजगारी बढ़ गयी।
लोग वस्तु के आभाव के चलते मनचाहे भाव लेने लगे।
बस सेवा, ट्रैन सेवा, प्लेन सेवा बंध हो गयी थी। जो धीमे धीमे कार्यरत हुई है।
कोरोना वायरस पे निबंध या स्पीच आप यहाँ से तैयार कर सकते हो
कैसे फैलता है कोरोना वायरस
जब कोई व्यक्ति पहले से कोरोना संक्रमित है। और इसके संपर्क में दूसरा व्यक्ति आता है तो वो संक्रमित हो सकता है।
जब कोरोना संक्रमित व्यक्ति सांस लेता है, छीकता है, थूकता है, या उलटी करता है, तो संक्रमण फैलता है। कोरोना वायरस वातावरण से भी फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है।
स्मोकिंग करने से, पान पड़िकी खाके थूकने से फैलता है।
ये वायरस बहुत शुक्ष्म होता है। ये हमें दिखाई नहीं देता। और पता भी नहीं चलता की हम कैसे संक्रमित हो गए।
भारत सरकार ने इस महामारी से निपटने के लिए काफी कदम उठाये है।
सबसे पहले हमारे प्रधानमंत्री ने एक दिन के लिए जनता कर्फ्यू का एलान किया था। 22 मार्च को देश की जनता ने स्वेच्छा से पालन किया था।
कोरोना के खतरे को बढ़ते हुए देखके 24 मार्च को 21 दिनों तक पुरे देश में लॉक डाउन लागु किया गया। जिसे 14 अप्रैल को तीन मई तक Extend किया गया। 3 मई से 17 मई तक Extend किया गया। और 17 से 30 मई तक देश में लॉकडाउन रहा।
लॉक डाउन के दौरान देश में जरुरियात मंद लोगो को सरकार की तरफ से अनाज बाटा गया। ट्रावेल की व्यवस्था करके अपने घरो तक पहुंचाया गया।
जीवन जरूरियात की वस्तु की कमी न हो इसीलिए, इसे बहेतरीन तरीके से मैनेज किया गया।
भारत सरकार ने आरोग्य सेतु एप्लीकेशन तैयार किया गया। जो Covid-19 से जुडी सभी प्रकार का मार्गदर्शन करता है।
सभी राज्य सरकारे भी कोविद -19 से निपटने के लिए अपने स्तर पे प्रयास करती है।
हमारे प्रधानमंत्री ने इस महामारी के दौरान कुछ ऐसे नारे दिए जिसे हमारा मनोबल मजबूत रहे।
जिसमे,,,,
जान है तो जहान है । जो अपने जीवन मूल्य को समजता है ।
दो गज की दुरी मास्क है जरुरी । Covid-19 से बचने के लिए मास्क का महत्व समजता है ।
जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं। कोरोना को रोकने के प्रति प्रतिबद्धता दिखता है।
कोरोना वायरस के लक्षण
Coronavirus के मुख्य लक्षणों में दर्दी को शर्दी, जुकाम और शरदर्द होता है। दर्दी को सुखी खांसी होती है। समयांतर पे बुखार रहता है। व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होती है। थकान होती है। बदन दर्द और नाक जाम होने लगता है।
कोरोना वायरस नाक, मुँह और आंख से मानव शरीर में प्रवेश करता है। कुछ दिन तक गले में रहता है। बादमे फेफड़े में पहोचता है।
फेफड़े में पहोचने के बाद इसे कण्ट्रोल करना अति मुश्किल है।
कोरोना वायरस से बचने के उपाय
Coronavirus से बचने के लिए who(World Health Organization)के मार्गदर्शन का पालन करे। एक दूसरे से फिजिकल दुरी बनाये रखे। बीमार व्यक्ति के नजदीक न जाये। हरव्यक्ति से 3 से 6 फुट का अंतर बनाये रखे। अपने हाथ को समयांतर पे धोते रहे। हाथ साफ करने लिए अच्छा सेनेटाइजर या साबुन का इस्तेमाल करे।
यदि शर्दी जुकाम है तो हमें खुदको सबसे दूर रखना है। छींक आती है तो रुमाल और टिस्यू पेपर का इस्तेमाल करना चाहिए।
मास्क का उपयोग निश्चित करे। बिना मास्क पहने घरसे बहार न निकले।
पिने के लिए गरम पानी का इस्तेमाल करना चाहिए ।
बाजार से ले लायी गयी वस्तु को सनेटाईज़ करके इस्तेमाल करना चाहिए । जैसे शाकभाजी है फल है उसे गरम पानी में साफ करके उपयोग करना चाहिए ।
यदि हमारी रोगप्रतिकारक शक्ति अच्छी है तो हम कोरोना से बच सकते है। इसीलिए,रोगप्रतिकारक शक्ति को बढ़ाना चाहिए। रोज कसरत या योगासन करना चाहिए।
शुद्ध और सात्विक आहार लेना चाहिए। रोगप्रतिकारक शक्ति को बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा का का इस्तेमाल करना चाहिए।
कोरोना ने हमें क्या शिखाया
1 – दुनिया में एक वैश्विक शक्ति है जो दुनिया को चलाती है। वो चाहे तो क्षण में दुनिया को स्थिर कर सकती है, नस्ट कर सकती है। और सर्जन कर सकती है।
2 – पारिवारिक भावना को फिरसे जिन्दा किया। लोग अपने परिवार को समय नहीं दे पाते थे उन्होंने लॉक डाउन में परिवार के साथ बिताया।
3 – Covid-19 ने हमें जीवन का मूल्य समझाया। हमें शिखाया की हर जगह पैसे को प्राथमिकता न देकर अपने स्वाथ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए।
4 – प्रदुषण मुक्त वातावरण कोरोना ने दिया। सड़को पे दौड़ने वाली गाड़िया हो या कारखाने हो जिसके चलते वातावरण दूषित होता है। सबकुछ बंध होने की बजह से वातावरण स्वच्छ हो गया था।
जिन नदियों को साफ करने के लिए हमें मंत्रालय बनाना पड़ता था। हजारो करोड़ का बजेट रखना पड़ता था वो वैसे ही साफ सुथरी हो गयी।
5 – ओन लाइन का व्यापक उपयोग सरु हुआ। सरकारी हो या गैर सरकारी, कोई सामान खरीदना हो या बेचना। किसी को पेमेंट करना हो या लेना सभी कामो में ऑन लाइन इंटरनेट का उपयोग होने लगा।
बच्चो की पढ़ाई ऑन लाइन होने लगी। परीक्षा ऑन लाइन होने लगी। कही संस्था के कर्मचारी Work at Home करने लगे। देश डिजिटल इंडिया को तरफ आगे बढ़ रहा है।
कोरोना वैक्सीन लगवाए – Covid-19 Vaccine
हमारे देश ने Coronavirus से बचने के लिए वैक्सीन खोज निकाली है। जिसका नाम है कोविशील्ड जिसे सीरम इंस्टिट्यूट द्वारा बनाया जाता है। और ज़ायकोव-डी जिसे अहमदाबाद की जायडस केमिकल तैयार कर रही है।
हमारे देश में सबसे पहले हेल्थ वर्कर का रशि करण किया गया। सरकारी संस्था के कर्मचारी को वक्सीनेट किया गया। 45 से ज्यादा उम्र वालो का वक्सीनेशन चल रहा है। उम्मीद है हमारे देश में जल्दी ये काम पूर्ण होगा और भारत कोरोना मुक्त होगा।
भारत देश ने किसी भी परिश्थिति में इंसानियत नहीं छोड़ी। दूसरे देशो की मदद करने के लिए हम हमेशा आगे रहे है। आज भारत की वैक्सीन पूरी दुनिया में जा रही है। इस महामारी के संकट में नमस्कार हो, योग हो, आयुर्वेदिक काढ़ा हो या वैक्सीन हो सबमे भारत विश्व गुरु के रूपमे नजर आता है।
Covid-19 की इस महामारी में दुनियामे अबतक लगभग 12 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके है। और 26 लाख से ज्यादा लोगो की मृत्यु हो चुकी है।
कोरोना की दूसरी लहर
कोरोना वाइरस की दूसरी लहार भारत के लिए खतरनाक साबित हुई । जो भारत दुनिया में वैक्सीन बाटने की बात करता था। वो कोरोना की दूसरी लहर के सामने बेहाल बन गया था।
राजनितिक रैलिया, धार्मिक आयोजनों के कारण देश के हर राज्य, हर जिले और हर गांव पे कोरोना पाव जमा चूका था। सरकारी आकड़ो के मुताबिक अप्रैल 2021 में हररोज देश में चार लाख से ऊपर नए केश मिल रहे थे। 4000 से ज्यादा लोगो की जान हर रोज कोरोना के कारण जाती थी।
पुरे देश का प्रशासन के पास करने के लिए कुछ भी नहीं था। बस मोत का मंजर देख रहे थे। न हॉस्पिटल में जगह, न दवाइया, न ऑक्सीज़न कुछ भी नहीं मिलता था। मरीज मरने के लिए मजबूर थे हररोज सेकड़ो सब जलाये जाते थे। स्मसानो में भी बड़ी लेने लगती थी। जो लोगो के पास लकड़ी खरीदने के पैसे नहीं थे वो लोग गंगा जैसी नदी में लॉस तैरती छोड़ देते थे। या फिर नदी किनारे दफ़न कर देते थे।
हरेक राज्य और देश की सर्कार लाचार थी। कुछ राज्य अच्छे काम की बाते करते थे पर हकीकत से काफी दूर थे ।
अप्रैल 2021 के अंत तक कोरोना से देश में मरने वालो की संख्या सरकारी आकड़ो के मुताबिक 25 लाख के पार पहुंच गयी थी। ये भी हकीकत से काफी दूर है।
Covid-19 कोरोना की इस महामारी से खुद को बचाना है। आने वाली तीसरी लहर के लिए भी तैयार रहना है। हमें भी बचना है और हमारे परिवार को भी बचाना है। खास करके जिसकी उम्र 50 साल से ज्यादा है। और जिनको डायबिटिश,अस्थमा,दम जैसे बीमारी है उन्हें विशेष केयर लेनी चाहिए।
Coronavirus महामारी हमें सिखाती है की मनुष्य के जीवन में मुशीबते आती रहेगी। हमें सोचना है हम हैसे मुशीबत का सामना करते है। कैसे जीवन में आगे बढ़ते है।