Population Control Speech In Hindi-जनसंख्या नियंत्रण भाषण-के इस आर्टिकल में हम बढ़ती आबादी से जुड़े सभी पहलु को समझेंग। पापुलेशन बढ़ने के क्या कारण है ? बढ़ती जनसंख्या के कारण क्या समस्या हो सकती है? Population Control कैसे करें ? Population Control Bill कैसा हो सकता है? ये सभी मुद्दों पे विस्तार से जानेंगे। Population Control Speech In Hindi के इस आर्टिकल से आप जनसंख्या नियंत्रण के लिए भाषण या निबंध तैयार कर सकते हो।

Population Control Speech In Hindi
जनसंख्या नियंत्रण
जब विश्व या कोई देश कोई विशेष विषय को लेकर एक दिवस की घोषणा करते है तब, वो विषय खास होता है। बढ़ती जनसंख्या काफी देशो के लिए एक बड़ी समस्या है। जिनका निवारण भी आवश्यक है।
बढ़ती जनसंख्या (Population Control speech) को नियंत्रित करने के लिए, उससे होने वाले दुष्परिणामों के बारेमे जागरुक करने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा जनसंख्या दिवस मनाने की शरुआत की गयी। ये शरुआत सन 1989 में 11 जुलाई को हुई। तब से हर साल 11 जुलाई को जनसंख्या दिवस के तोर पे मनाया जाता है।
जनसंख्या नियंत्रण (Population Control) हमारे देश के लिए बहुत बड़ा मुद्दा है और बहुत बड़ी समस्या भी है। हमारे देश की बढ़ती आबादी की तरफ काफी लोगो ने ध्यान खींचा है। यहाँ तक की हमारे प्रधानमंत्री ने भी इसे एक बहुत बड़ी समस्या के रुप में प्रदर्शित किया है।
आज हमारा देश दुनिया के दूसरे नंबर की आबादी वाला देश है। पर जिस रफ़्तार से आगे बढ़ रहे है इसे देखके तो लगता है हमारे लिए नंबर 1 ज्यादा दूर नहीं लगता।
दुनिया में हरेक देश की अपनी-अपनी समस्या ये है। हरेक देश की भौगोलिक रुपरेखा, वातावरण की असर, सांस्कृतिक और सामाजिक मापदंड अलग-अलग होते है। इस हिसाब से कही बार एक देश के लिए कोई समस्या है, वो दूसरे देश के लिए वरदान भी हो सकता है। ठीक वैसा ही जनसंख्या नियंत्रण (Population Control) का है।
भारत और चाइना जैसे देश में जनसंख्या का बढ़ना एक संकट के तोर पे लिया जाता है। और दूसरी तरफ रशिया, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशो में जनसंख्या बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
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हमारा देश बढ़ती आबादी से परेशान है। देश के तत्त्वचिंतक,विचारक, जानी मानी हस्तिया और पोलिटिकल लीडर समयांतर पे जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की मांग सरकार के सामने करते रहते है। बढ़ती जनसंख्या के कारण आने वाली समस्या के लिए सजाग करते है। सरकार भी इस दिशामे गंभीरता से सोच रही है।
एक सर्वे के मुताबिक हमारे देश में हर मिनिट में 51 बच्चो का जन्म होता है। इसके मुताबिक हर घंटे 3074, हररोज 73,787 और हर साल 2,69,32,586 होता है। इसके सामने मृत्यु का रेट बहुत कम है। हरसाल 97,78 0 73, हरदिन 1186 और हर मिनट में 19 लोगो की मृत्यु होती है।
यदि हम मृत्यु को जन्म से माइनस करे तो भी हरएक सेकंड में 1 व्यक्ति बढ़ती है। हर घंटे 2403, हरदिन 57685 और हरसाल 1 करोड़ 66 लाख लोगो की आबादी बढ़ती है।
हम इस सर्वे से अंदाजा लगा सकते है की जन्म और मृत्यु की दर का अंतर बहुत बड़ा है। ये जनसंख्या का बढ़ने का बड़ा कारण है। जब 1947 में हमारा देश आज़ाद हुआ था तब, हमारी जन संख्या 35 करोड़ थी 73 साल के बाद ये संख्या बढ़कर तक़रीबन 135 करोड़ हो चुकी है। आज विश्व की जन संख्या के 18% बस्ती सिर्फ हमारे देश में है।
Population Control के लिए आवाज उठाने की पहल सत्ताधारी पार्टी के सांसद राकेश सिन्हा ने किया। उन्होंने राज्यसभा सांसद के नाते से राज्यसभा में जनसंख्या नियंत्रण विधेयक लाने के लिए बिल पेश किया। अभी इस विधेयक को लम्बी प्रक्रिया से गुजरना है। इसे क़ानूनी तोर पे अमल में लाने के लिए रास्ता लम्बा भी है और कठिन भी है।

पहले ये जानते है की जन संख्या नियंत्रण बिल में क्या है ?
Population Control Bill
जहा तक सूत्रों के हवाले से जानकारी है
- जनसंख्यानियंत्रण कानून का मुख्या मुद्दा है फॅमिली प्लानिंग, या ने एक फॅमिली के लिए दो बच्चो की पालिसी।
- सरकारी कर्मचारीओ को एक सपथ पत्र देना होगा की वे दो से ज्यादा बच्चे पैदा नहीं करेंगे।
- Population Control का ये नियम नेता पे भी लागु पड़ेगा। यदि दो से ज्यादा बच्चे होंगे तो किसी भी तरह का चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।
जो लोग सरकार की इस शर्त के साथ चलेंगे उन्हें सरकार बेनिफिट देगी। कैसा होगा लाभ ??
- कम रेट पर बैंक लोन मिलेगा।
- यदि बैंक में पैसे रखेंगे तो व्याज ज्यादा मिलेगा।
- नौकरी में पहले प्रेफरन्स मिलेगा।
- दो बच्चे को प्राधान्य देने वाले माता पिता के बच्चो को पढ़ने में भी प्राथमिक ता मिलेगी।
यदि कोई इसे कानून बनाने के बाद नहीं मनता है तो क्या होगा ?
कानून बनाने के बाद भी यदि कोई नहीं मनाता है तो उनके लिए सजा होगी।
- किसी भी तरह की सरकारी सहाय बंध हो जाएगी। जैसे की गैस सिलिंडर पे मिलने वाली सब्सिडी, पहला मकान बनाते वक्त मिलने वाली सहाय, या अन्य किसी भी तरह की सहाय मिलना बंध हो जायेगा।
आज देश में इनकम टैक्स भरने वाले बहुत कम लोग है। जो टैक्स भरते है उसमे, ज्यादा तर पढ़े-लिखे लोग है। वो फॅमिली प्लानिंग में मानने वाले लोग है। हम दो हमारे दो के साथ आगे बढ़ रहे है। इनकी इनकम ज्यादा होने से सरकारी लाभ से वंचित रहते है।
दूसरी तरफ जो पापुलेशन को बढ़ाते है। कोई फॅमिली प्लानिंग में मानते नहीं है। टैक्स भरते नहीं है और सरकारी सुविधा का लाभ भी ज्यादा लेते है। Population Control बिल ही इस लोगो पे लगाम लगा सकता है।
जन संख्या बढ़ने का कारण क्या है ? Reason OF Population Increase
- – बालको का जन्म ज्यादा हो रहा है।
- – पहले की तुलना में बच्चो की मृत्यु दर कम हुई है।
- – मेडिकल सुविधा बढ़ने के कारण लोगो की मृत्यु कम होती है।
- – अभी भी हमारे देश में निरक्षरता ज्यादा है। जहा निरक्षरता ज्यादा है वहा बर्थ रेट ज्यादा है।
- – देश के कही हिस्सों में बाल विवाह का चलन आज भी प्रचलित है।
- – रूढ़िवादी सोच, लड़के की चाह, वारिस होना चाहिए।
- – काफी परिवार ये सोचते है की लड़का बुढ़ापे का सहारा होता है।
- – विवाह से पहले गर्भनिरोधक की पूरी जानकारी नहीं होती इसीलिए, अनिच्छनीय प्रेग्नन्सी होती है।
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ज्यादा पापुलेशन का असर क्या हो रहा है।
बढती आबादी से क्या असर होता है ये हमारे घर से ही समज सकते है।
जितने बच्चे ज्यादा होंगे परिवार बड़ा होगा। उसका भरण पोषण करना मुश्किल होगा। कुपोषण बढ़ेगा, सबका कस्ट बढ़ेगा और भविष्य भी ख़राब होगा।
- हमारी ज़रूरियाते पूरी नहीं होने पर सरकार को दोष देंगे। घरमे ज्यादा बच्चे याने स्कूल में ज्यादा बच्चे, यही हाल कॉलेज में होगा और रोजगारी के दौड़ में ज्यादा होंगे। परिणाम बेरोजगारी, असमानता, प्रतिस्पर्धा जैसी समस्या खड़ी हो सकती है।
- असमानता बढ़ेगी जिसके लिए बाद में आप सरकार को दोष देंगे। लेकिन इसकी असल शुरुआत तो आपके अपने घर से ही हुई है। घर में ज्यादा बच्चे यानी स्कूल में भी ज्यादा, कॉलेज में भी ज्यादा, नौकरी पाने की दौड़ में भी ज्यादा, फलस्वरूप प्रतिस्पर्धा ज्यादा और इस प्रकार पूरे समाज, दुनिया में असमानता व भेदभाव को बढ़ावा मिलेगा।
- पापुलेशन का बढ़ना असमानता बढ़ता है। जो नक्षलवाद जैसी समस्या का मूल कारण है।
- हमारे पास जमीन कम है। बढ़ती Population के सामने जमीन तो वोही रहेगी। गीच बस्तिया ज्यादा होगी जो बहुत सारे नए संकट को जन्म देता है। आज जनसंख्या को कम करना हमारी आवश्यकता है, हमारी अनिवार्यता है।
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बेरोजगारी बढ़ती है
मौजूदा समय में ये हमारे देश की बड़ी समस्या में से एक है। हमारे यहाँ Population तो बढ़ रहा है। पर बढ़ती जनसंख्या के साथ संसाधन, कमाने का जरिया नहीं बढ़ रहा। इसीलिए, बेरोजगारी दिन-बदिन बढ़ती रहती है। बढ़ती बेरोजगारी कही और गुनाहो और समस्या को जन्म देती है।
Population Control Speech In Hindi
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गरीबी बढ़ना
गरीबी हटावो के नारे हम बरसो से सुन रहे है। सरकारों की तरफ से कोशिश भी होती है। पर एक गरीब माध्यम वर्ग की तरफ आगे बढ़ता है तो दो जनसख्या बढ़ने के कारण बढ़ जाते है। जो फैसिलिटी सरकार देना चाहती है उसकी quantity और quality दोनों ने ज्यादा Population की बजह से फर्क पड़ जाता है।
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निरक्षरता बढ़ना
बढ़ती आबादी निरक्षरता बढाती है। बच्चो की संख्या बढ़ती है उसके सामने संसाधन सिमित रहते है। कही परिवार गरीबी के कारण बच्चो को पढ़ा नहीं पाते है। शिक्षा के प्रति जागरुकता का आभाव होना। स्कूल और शिक्षकों की अपूर्ति होना ऐसे कही कारण है जिससे निरक्षरता बढ़ता है। सभी समस्या के मूल में है जन संख्या की रफ़्तार जिसको कम करना जरुरी है।
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स्वास्थ्य से जुडी समस्या
मेडिकल फैसिलिटी की कमी, सिमित हॉस्पिटल,सिमित डॉक्टर और साधन सामग्री की अपूर्ति। बढ़ती आबादी के साथ हमें स्वास्थय से जुडी ये तमाम सुविधाओं को बढ़ाना चाहिए वो बढ़ा नहीं पाते। इसके कारण हम हरएक दर्दी को न्याय नहीं दे पाते।
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अर्थव्यवस्था पे असर पड़ता है
देश के लोगो के लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराना सरकार का फर्ज बनता है। सबको शिक्षा मिले, रोटी मिले, अस्पताल की सुविधाएं हो, ट्रांसपोर्ट की सुविधा हो, रोजगार मिले ये सभी को मेन्टेन करने के लिए सरकार नयी नयी योजना लती है। ज्यादा पैसे डेवलोपमेन्ट की जगह सस्टेन करने में लगते है इसीलिए इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पे होता है।
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प्रदुषण बढ़ता है
बढ़ती बस्ती प्रदुषण बढाती है। इसका जीता जागता उदाहरण हमारी राजधानी दिल्ली है। जहा प्रदुषण के कारण बच्चो के स्कूल भी बंध कर दिए जाते है। ज्यादा लोग ज्यादा जरुरते, ज्यादा वेस्टेज, ट्रांसपोर्ट बढ़ाने के लिए पेढ काटना पड़ता है। रोजगार बढ़ाने औद्योगीकर करना जिसके कारण प्रदुषण बढ़ता है। ये समस्या पुरे दुनिया की है। जिसे हम ग्लोबल वार्मिंग कहते है।
जन संख्या को कैसे नियंत्रण किया जा सकता है ? How to Control Population?
1- विकास – Development
2 – शिक्षा – Education
3 – गरीबी दूर करके – Eradicate Poverty
4 – महिला ओ का सशक्ती करण करके – Woman Empowerment
5 – लोगो में जागरुकता फैला के – Spread Awareness
6 – गर्भनिरोधक आसानी से उपलब्ध हो – Contraceptive Availability
7 – लोगो को प्रोत्सहित करना – Providing Incentive
8 – कायदा किय कार्यवाही – Legislative Action
9 – चिकित्सा उपचार – Medical Facility
10 – विवाह की उम्र बढ़ाके – Delayed Marriage
जन संख्या नियंत्रण के उपाय – Population Control Speech In Hindi
1- विकास – Development -: जैसे विकास होगा सब अपनी जिंदगी अच्छी तरह जियेंगे। पापुलेशन बढ़ाके कोई अपने और बच्चो के भविष्य को बर्बाद नहीं करेगा।
2 – शिक्षा – Education -: शिक्षण का स्तर बढ़ने से सोचने का नजरिया बदलता है। आज भी जहा शिक्षण का स्तर अच्छा है वहा पापुलेशन कण्ट्रोल में है।
3 – गरीबी दूर करके – Eradicate Poverty -: गरीब के पास न कोई सुविधा होती है। शिक्षण का आभाव रहता है। ये दूर करके हम जनसंख्या नियंत्रण कर सकते है।
4 – महिला ओ का सशक्ती करण करके – Woman Empowerment -: महिलाओ को सशक्त बनाके, आज कही जगह तो महिला को बच्चा पैदा करने का मशीन की तरह इस्तेमाल किया जाता है। यदि उन्हें सशक्त बनाएंगे तो खुद भी निर्णय कर सकेंगे।
5 – लोगो में जागरुकता फैला के – Spread Awareness -: जन संख्या बढ़ने से क्या -क्या समस्या आ सकती है। कम जन संख्या से क्या सुविधा बढ़ सकती है। इसकी समजण समाज के लोगो तक होनी चाहिए और ये जागरूकता फ़ैलाने से ही आएगी।
6 – गर्भनिरोधक आसानी से उपलब्ध हो – Contraceptive Availability -: एक तरफ मांग ज्यादा है और उपलब्धता कम है और आसानी से मिलती भी नहीं है। यदि गर्भनिरोधक मुहैया कराइ जाये तो इसे काफी फर्क पद सकता है।
7 – लोगो को प्रोत्सहित करना –
Providing Incentive -: जैसे की सरकार जन संख्या नियंत्रण कानून ला रही है. और उसमे कानून के मुताबिक चलने वालो के लिए काफी ज्यादा सुविधा मुहैया करा रही है। इस तरह से लोगो को प्रोत्साहित किया जा सकता है।
8 – कायदा किय कार्यवाही – Legislative Action -: कही बार व्यवस्था को बनाये रखने के लिए सख्त होना पड़ता है। विधेयक का उल्लंगन करने वालो के लिए सजा का प्रावधान होना चाहिए। ऐसी कार्यवाही से भी असर पद सकता है।
9 – चिकित्सा उपचार – Medical Facility -: चिकित्सा की सुविधा समय पर और जगह पर मिल जाये तो इसमें नियंत्रण हो सकता है।
10 – विवाह की उम्र बढ़ाके – Delayed Marriage -: आज हमारे देश में विवाह की उम्र लड़के के लिए 21 साल और लड़की की 18 साल है। यदि उस उम्र को बढ़ा दिया जाये तो Population Control करने में सहायता हो सकती है।
Population Day
विश्व जनसंख्या नियंत्रण दिवस (Population Control Day) याने 11 जुलाई को काफी कार्यक्रमों का आयोजन होता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगो में जागरूकता फैलाना है। बढ़ती जन संख्या के साथ क्या मुसीबते आ सकती है इसका सन्देश देना है।
इस दिन सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। प्रतियोगिता, सभा ये और नाटक जैसे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होता है। कही संस्थानों और विद्यालयों में Population Control Speech (जनसंख्या नियंत्रण भाषण) का आयोजन भी होता है।
बढ़ता Population देश को बर्बाद कर रहा है। कमाने वाले कम,खाने वाले ज्यादा। देने वाले कम, लेने वाले ज्यादा। देश को अधोगति से बचाके उन्नति की तरफ ले जाना है तो Population Control Bill (जन संख्या नियंत्रण विधेयक) लाना बहुत जरुरी है।
Population Control Speech In Hindi – जनसंख्या नियंत्रण भाषण के इस आरतिवले में से आप भाषण तैयार कर सकते है। आप यहाँ से निबंध तैयार कर सकते है। स्पीच तैयार करने में यदि कोई मुश्केली हो तो आप यहाँ क्लिक करे। जिसमे स्पीच कैसे दे, स्पीच कैसे लिखे इस के बारेमे विस्तार से समझाया गया है। इसके आलावा भी फेयरवेल स्पीच, गणतंत्र दिवस स्पीच, सरदार पटेल पे स्पीच के लिए लिंक पे क्लिक करें।